पृथ्वी पर विभिन्न प्रकार की भू-आकृतियाँ मौजूद हैं। पृथ्वी की प्रमुख भू-आकृतियाँ हैं - पर्वत, पठार और मैदान।
इस लेख में हम पृथ्वी की इन प्रमुख भू-आकृतियों के बारे में जानकारी दी गयी है। आप जानेंगे - पर्वत क्या होता है, पर्वत के प्रकार, पहाड़ी क्या होती है, पठार किसे कहते है, पठार के प्रकार, मैदान किसे कहते है, मैदान कैसे बनते हैं, मैदानों के प्रकार आदि।
उपरोक्त सभी के विषय में आप इस लेख में एक-एक करके जानेंगे। तो चलिए शुरू करते है हमारा आज का विषय: पर्वत, पठार और मैदान में अंतर
अंटार्कटिका एक विचित्र एवं रहस्यमयी महाद्वीप: रोचक तथ्य
हमारा सौरमंडल: सूर्य, पृथ्वी एवं अन्य ग्रह
पर्वत चार प्रकार के होते हैं -
ज्वालामुखी पर्वत: वे पर्वत जो किसी स्थान पर शंकु के आकार में ज्वालामुखी विस्फोट के पश्चात मैग्मा एकत्रित होने से बनते हैं, ज्वालामुखी पर्वत कहलाते हैं l ज्वालामुखी पर्वतों को संचयन पर्वत भी कहा जाता है l
ज्वालामुखी पर्वत के उदाहरण: माउंट मौना लोआ (हवाई), माउंट वेसुवियस (इटली), माउंट किलिमंजारो (अफ्रीका), माउंट फुजियामा (जापान), माउंट क्राकाटाऊ (इंडोनेशिया), माउंट कोटोपैक्सी (इक्वाडोर)।
वलित पर्वत: जब टेक्टोनिक प्लेट्स पृथ्वी के अंदर आपस में टकराती हैं, तो एक प्लेट दूसरी प्लेट के ऊपर एक लेयर बना लेती है इस प्रकार कई लेयर के बनने से ऊपरी प्लेट एक पर्वत का आकार ले लेती है और दूसरी प्लेट नीचे दब जाती है, ऐसे पर्वतों को वलित पर्वत कहा जाता है l
वलित पर्वत के उदाहरण:
नए वलित पर्वत: हिमालय (एशिया), एंडीज (दक्षिण अमेरिका), द रॉकीज (उत्तरी अमेरिका), द आल्प्स (यूरोप)।
पुराने वलित पर्वत: अरावली रेंज (भारत), एपलाचियन (उत्तरी अमेरिका), यूराल पर्वत (रूस)।
ब्लॉक पर्वत: ब्लॉक पर्वत तब बनते हैं जब पृथ्वी का एक बड़ा क्षेत्र लंबवत या क्षैतिज रूप से टूट जाता है और विस्थापित हो जाता है। जिसके कारण मध्य का भाग नीचे धस जाता है और आस पास का क्षेत्र ऊपर उठ जाता है l
ऊपर उठे हुए ब्लॉकों को हॉर्स्ट्स कहा जाता है, और निचले ब्लॉकों को ग्रैबेन कहा जाता है, इन पर्वतो के शीर्ष समतल एवं किनारे सीधे खड़े होते है, इस प्रकार बने पर्वत को ब्लॉक पर्वत कहा जाता है।
ब्लॉक पर्वत के उदाहरण: राइन घाटी और वोसगेस पर्वत (यूरोप), सतपुड़ा और विंध्य की पर्वत श्रृंखलाएं (भारतीय उपमहाद्वीप का मध्य-पश्चिमी भाग), सिएरा नेवादा (कैलिफोर्निया), ब्लैक फॉरेस्ट पर्वत (यूरोप)।
अवशिष्ट पर्वत: वे पर्वत जो चट्टानों के अपरदन से बनते हैं, अवशिष्ट पर्वत कहलाते हैं l
अवशिष्ट पर्वत का उदाहरण: अरावली पर्वत, पारसनाथ पर्वत (बिहार), पूर्वी घाट और पश्चिमी घाट, नीलगिरि पर्वत (तमिलनाडु), राजमहल पहाड़ियाँ।
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पर्वत |
स्थिति |
ऊंचाई |
माउंट एवरेस्ट |
नेपाल/चीन |
29,029 फीट (8,848 मीटर) |
K2 |
पाकिस्तान |
28,251 फीट (8,611 मीटर) |
कंचनजंघा |
नेपाल/भारत |
28,169 फीट (8,586 मीटर) |
ल्होत्से |
नेपाल/चीन |
27,940 फीट (8,516 मीटर) |
मकालु |
नेपाल/चीन |
27,838 फीट (8,485 मीटर) |
विश्व के 10 सबसे ऊँचे पर्वत के बारे में विस्तृत जानकारी पढ़े l
पर्वत |
महाद्वीप |
स्थिति |
ऊंचाई |
माउंट एवरेस्ट |
एशिया |
नेपाल/चीन |
29,029 फीट (8,848 मीटर) |
माउंट किलिमंजारो |
अफ्रीका |
तंजानिया |
19,341 फीट (5,895 मीटर) |
डेनलि |
उत्तरी अमेरिका |
अलास्का (यूएसए) |
20,310 फीट (6,190 मीटर) |
माउंट एकोंकागुआ |
दक्षिण अमेरिका |
अर्जेंटीना |
22,837 फीट (लगभग 6,961 मीटर) |
माउंट एल्ब्रुस |
यूरोप |
रूस |
18,510 फीट (5,642 मीटर) |
माउंट कोसिउज़्को/ पुंकक जयस |
ऑस्ट्रेलिया |
न्यू साउथ वेल्स (ऑस्ट्रेलिया) |
7,310 फीट (2,228 मीटर) |
माउंट विंसन |
अंटार्कटिका |
पश्चिमी अंटार्कटिका में पामर प्रायद्वीप |
16,050 फीट (4,892 मीटर) |
नोट: दुनिया का सबसे ऊंचा पर्वत - माउंट एवरेस्ट ( 8,850 मीटर) (29,035 फीट) l मौना केआ (हवाई) प्रशांत महासागर में समुद्र के नीचे का एक पर्वत है। यह माउंट एवरेस्ट से भी ऊंचा है। मौना केआ पर्वत की ऊंचाई 10205 मीटर है। |
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पठार पांच प्रकार के होते हैं-
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अन्तरापर्वतीय पठार: वे पठार जो आंशिक रूप से या पूरी तरह से पर्वत श्रृंखलाओं से घिरे होते हैं, अन्तरापर्वतीय पठार कहलाते हैं । अन्तरापर्वतीय पठार दुनिया के सबसे ऊंचे पठार हैं।
अन्तरापर्वतीय पठारों के उदाहरण : तिब्बत का पठार (उत्तर में कुनलुन पर्वत और दक्षिण में हिमालय से घिरा हुआ है।), मंगोलिया का पठार, बोलीविया का पठार, कोलंबिया का पठार, पश्चिमी संयुक्त राज्य अमेरिका, मैक्सिकन पठार, एशिया मायनर पेरू।
पीडमॉण्ट पठार: वे पठार जिनके एक ओर पर्वत और दूसरी ओर एक मैदान या समुद्र/महासागर स्थित होता है, पीडमॉण्ट पठार कहलाते हैं ।
पीडमॉण्ट पठारों के उदाहरण : पेटागोनियन पठार (अर्जेंटीना), भारत का शिलांग पठार, पीडमोंट पठार (यूएसए), मालवा पठार।
महाद्वीपीय पठार: वे पठार जो मूल स्थलाकृति को पूरी तरह से या तो एक व्यापक महाद्वीपीय उत्थान द्वारा या एक क्षैतिज मूल लावा शीट के प्रसार द्वारा कवर करते हैं, महाद्वीपीय पठार कहलाते हैं।
महाद्वीपीय पठारों के उदाहरण : ऑस्ट्रेलिया का पठार, अरब का पठार, साइबेरियाई ढाल।
ज्वालामुखीय पठार: ज्वालामुखीय गतिविधि से बनने वाले पठारों को ज्वालामुखीय पठार कहा जाता है।
ज्वालामुखीय पठारों के उदाहरण: कोलंबिया पठार (यूएसए), भारत का दक्कन पठार।
विच्छेदित पठार: पृथ्वी की भू पर्पटी में टेक्टोनिक प्लेटों की गति की धीमी टक्कर के परिणामस्वरूप एक विच्छेदित पठार बनता है। इनका मध्य भाग ऊपर उठता है और किनारे गोल हो जाते हैं।
विच्छेदित पठारों के उदाहरण : ओजार्क (यूएसए) का पठार, झारखंड का छोटा नागपुर पठार।
नोट: भारत में स्थित दक्कन का पठार सबसे पुराने पठारों में से एक है l तिब्बत का पठार विश्व का सबसे ऊँचा पठार है। तिब्बत के पठार की ऊँचाई समुद्र तल से 4000 मीटर है। |
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कई मैदान नदियों द्वारा नीचे लाए गए तलछट के निक्षेपों से बनते हैं। जब नदियाँ अपनी घाटी में पहुँचती हैं, तो उनका प्रवाह कम हो जाता है, इसलिए नदी के साथ लाए गए तलछट (पत्थर, कीचड़, गाद) का जमाव उस स्थान पर इकट्ठा हो जाता है। और यह मैदान का निर्माण करते है l
नदियों के अलावा, कुछ मैदान हवा, विवर्तनिक गतिविधियों और हिमनदों की गतिविधि से भी बनते हैं।
मैदान तीन प्रकार के होते हैं -
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अपरदनात्मक मैदान: ऐसे मैदान जिनका निर्माण नदियों, हिमानियों व पवन द्वारा पर्वतों एवं पठारों के अपरदन के कारण होता है अपरदनात्मक मैदान कहलाते हैं । ऐसे मैदानों की सतह बहुत कम चिकनी होती है और ये समतल नहीं होते है।।
अपरदनात्मक मैदान के उदाहरण: उत्तरी कनाडा, उत्तरी यूरोप, पश्चिमी सर्बिया, कनाडाई ढाल और पश्चिम साइबेरियाई मैदान, संयुक्त राज्य अमेरिका में नियाग्रा मैदान और फ्रांस में लोरेन।
अपरदनात्मक मैदान के प्रकार -
लोएस मैदान - हवा द्वारा उड़ाए गए मिट्टी और रेत के कणों से बना मैदान ।
उदाहरण: चीन, यूरोप, यूएसएसआर, लोअर मिसिसिपी (यूएसए), राइन वैली (अलसैस), दक्षिणी नीदरलैंड्स का लोयस l
कार्स्ट मैदान - चूना पत्थर की चट्टानों के घुलने से बनने वाले मैदान।
उदाहरण: यूगोस्लाविया का कार्स्ट क्षेत्र
समप्राय मैदान - समुद्र तल के पास स्थित मैदान, जो नदियों के कटाव के कारण बनता है।
हिमनद के मैदान - बर्फ जमा होने के कारण बने मैदान, जहाँ केवल वन पाए जाते हैं।
उदाहरण: भारत में कश्मीर, उत्तरी अमेरिका का उत्तरी भाग और उत्तर पश्चिमी यूरेशिया।
मरुस्थलीय मैदान - यह वर्षा के कारण बहने वाली नदियों के परिणामस्वरूप बनता है।
उदाहरण: गोबी मरुस्थल, सहारा मरुस्थल।
निक्षेपात्मक मैदान: निक्षेपात्मक मैदान का निर्माण परिवहन के विभिन्न कारको जैसे नदियों, हवा, लहरों और हिमनदों द्वारा लाई गई सामग्रियों के जमाव से होता है।
निक्षेपात्मक मैदान के उदाहरण: गंगा-ब्रह्मपुत्र का मैदान (उत्तर भारत), ह्वांगहो का मैदान (चीन), गंगा के मैदान, सतलुज, लोम्बार्डी का मैदान, मिसी-सिपी का मैदान ।
संरचनात्मक मैदान: संरचनात्मक मैदान मुख्य रूप से समुद्र तल के एक हिस्से के उत्थान से बनते हैं। पृथ्वी की अंतर्जात शक्ति इस प्रकार के मैदानों का निर्माण करती है। ये विस्तृत मैदान प्रायः सभी महाद्वीपों के किनारे पाए जाते हैं।
संरचनात्मक मैदान उदाहरण: कोरोमंडल, मालाबार तटीय मैदान, और उत्तरी सरकार (भारत), ग्रेट साइबेरियन मैदान, संयुक्त राज्य अमेरिका का महान मैदान, बेल्जियम का तटीय मैदान।