भारत की नदियों के किनारे बसे शहर (Cities on the bank of rivers of India)

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भारत की नदियों के किनारे बसे शहर (Cities on the bank of the river in India)

भारत की नदियों के किनारे बसे शहर: नदियों की हमारे जीवन में हमारे जीवन में महत्वपूर्ण भूमिका है l बिना जल के जीवन संभव नहीं है l प्राचीन काल से ही मानव सभ्यता का विकास नदियों के किनारे हुआ है क्योकि नदियों से हमें पीने का जल मिलता है, नदियाँ परिवहन का साधन होती है, मछली पकड़ने की सुविधा, कृषि हेतु उपजाऊ भूमि आदि प्राप्त होती है l इसलिए नदियाँ सदैव मानव जाति को अपनी ओर आकर्षित करती है क्योकि नदियाँ उनके विकास हेतु अनुकूल होती है l इसलिए कई शहरों एवं कस्बो का विकास नदियों के किनारे हुआ l

भारत के कई प्रमुख शहर नदियों के किनारे बसे हुए है l नदियों के किनारे बसे भारतीय शहरों की सूची (Cities on the bank of the rivers of India) इस प्रकार है -

भारत की नदियों के किनारे बसे शहरों की सूची (Cities on the bank of the rivers list)

नदी 

अवस्थित शहर 

अलकनंदा 

बद्रीनाथ 

गंगा 

हरिद्वार, कानपुर, पटना, प्रयागराज, फरुखाबाद, फतेहगढ़, कन्नौज, वाराणसी, ऋषिकेश

यमुना 

दिल्ली, आगरा, मथुरा, औरैय्या, इटावा

ब्रह्मपुत्र 

डीब्रूगढ़, गुवाहाटी 

रामगंगा 

बरेली 

सिन्धु 

पंजाब 

चिनाब 

शिमला, चंडीगढ़ 

चम्बल 

ग्वालियर, कोटा, धौलपुर 

झेलम 

श्रीनगर 

सतलज 

फिरोजपुर, लुधियाना

नर्मदा 

जबलपुर, भेडाघाट

गोदावरी 

राजमुंदरी, नांदेड, नासिक

ताप्ती 

सूरत 

कावेरी 

तिरुचिरापल्ली, श्रीरंगपट्टनम 

कृष्णा 

विजयवाड़ा, सांगली, अमरावती 

साबरमती 

अहमदाबाद 

मूसी 

हैदराबाद 

सरयू 

अयोध्या 

महानदी 

कटक, संभलपुर

हुगली 

कोलकाता 

राप्ती 

गोरखपुर 

ब्राह्मणी 

राउरकेला 

वैगई 

मदुरै 

नोय्यल 

कोयम्बटूर 

अड्यार 

चेन्नई 

क्षिप्रा

उज्जैन 

सुवर्णरेखा

जमशेदपुर 

तुंगभद्रा 

कुर्नूल 

बेतवा 

झाँसी, ओरछा 

दामोदर 

दुर्गापुर

गोमती

लखनऊ, जौनपुर 

मांडवी 

पणजी 

औद्योगीकरण से नदियों को हानि 

वर्तमान में औद्योगीकरण तीव्र गति से बढ़ रहा है जो किसी राष्ट्र की प्रगति का प्रतीक है परन्तु औद्योगीकरण के साथ जो समस्या उभरी है वह है नदियों में बढ़ता प्रदूषण l नदियों का हमारे जीवन में अत्याधिक महत्त्व है l यह सदैव ही मनुष्य के लिए जीवनदायी रही है l 

भारत में नदियों को काफी पवित्र माना जाता है, नदियों से लोगो की आस्था जुडी हुई है और नदियाँ संभ्यता व संस्कृति का प्रतीक मानी जाती है l परन्तु औद्योगिकरण से नदियों के अस्तित्व पर खतरा देखा जा सकता है l 

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कारखानों से निकलने वाले कार्बनिक कचरा, गन्दगी व पोलीथीन आदि से नदियाँ ही नहीं अपितु नदियों के किनारे स्थित शहर व कस्बे प्रदूषित हो रहे और भूमि भी बंजर होती जा रही है l नदियों के किनारे जो गाँव, कस्बे है वह गन्दगी से बीमारी का दंश झेल रहे है l प्रदूषित नदियों के किनारे निवास करने वाले लोगो को चर्म रोग, कैंसर इत्यादि जैसी गंभीर बीमारियाँ हो जाती है l

भारत में नदियों को माता का दर्जा दिया जाता है और उनकी पूजा की जाती है जबकि दूसरी ओर हम ही उसे प्रदूषित कर रहे है फूल आदि का कचरा व शवो को उसमे फेका जा रहा है इससे नदियाँ प्रदूषित हो रही है तो आप ही सोचिये कि किस प्रकार हम नदियों को पवित्र कह सकेंगे l 

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कई धार्मिक कर्मकाण्डो में नदी के जल का उपयोग किया जाता है परन्तु यदि इसी प्रकार से नदियाँ प्रदूषित होती रही तो सोचिये की क्या ऐसा करना उचित होगा ? मनुष्य ही नदियों को प्रदूषित करने का विशेष कारक है l यदि हम सभी अपनी समझदारी व सूझबूझ से नदियों को शुद्ध व स्वच्छ रखें का प्रयास करे तो अवश्य ही यह प्रभावकारी साबित होगा l केवल धार्मिक कर्मकांड और नदी को माता कहने से और उसकी पूजा करने मात्र से ही हमारा कर्तव्य पूर्ण नहीं हो जाता l 

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भारत में कई छोटी बड़ी नदियाँ है जबकि उनमे से आधे से अधिक नदियाँ प्रदूषित है l दक्षिण-पूर्व नदियों की बात की जाए तो वहां स्थिति संतोषजनक है परन्तु उत्तर भारत में बहने वाली नदियों का बुरा हाल है l सरकार द्वारा समय समय पर नदियों की स्वच्छता के कार्यक्रम चलाये जाते है परन्तु वह भी ठीक ढंग से क्रियान्वित नहीं हो पाते l गंगा नदी हिन्दू धर्म में बहुत पवित्र मानी जाती है और लोगो की आस्था इससे जुडी हुई है l 

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सरकार द्वारा गंगा सफाई हेतु अभियान चलाया गया और 2000 करोड़ रू खर्च किये गये परन्तु स्थिति में कोई सुधार नहीं हुआ और स्थिति जस की तस बनी हुई है l

प्रदूषण नियंत्रण विभाग जिसका कार्य नदियों को प्रदूषण मुक्त करना होता है यदि वह नदी स्वच्छता कार्यक्रमों को गंभीरता के साथ क्रियान्वित करेंगे और आवश्यक कार्यवाही करेंगे तो नदियों की स्थिति में काफी सुधार हो सकता है इसके साथ ही आमजन को भी अपने कर्तव्य को समझना होगा क्योकि आमजन के सहयोग के बिना यह संभव नहीं है l नदियाँ हमारे जीवन का अमूल्य हिस्सा है और थोड़े से लाभ हेतु व अपनी स्वार्थ पूर्ती हेतु हमें इसे प्रदूषित नहीं करना चाहिए l

भारत की नदियों के किनारे बसे शहर: निष्कर्ष  

आज के इस आर्टिकल में हमने आपको भारत की नदियों के किनारे बसे शहरों (Cities on the bank of the rivers of India) के बारे में जानकारी दी है l कई परीक्षाओं में नदियों के किनारे बसे शहरों (Cities on the bank of the rivers of India) से सम्बंधित प्रश्न पूछे जाते है इसलिए परीक्षा की दृष्टी से भी यह आर्टिकल आपके लिए बहुत महत्वपूर्ण है l 

नदियों के किनारे बसे शहर: FAQ’s

लखनऊ कौन सी नदी के किनारे बसा है?

गोमती 

कोलकाता कौन सी नदी के किनारे बसा हुआ है ?

हुगली 

गोरखपुर किस नदी के किनारे बसा है

राप्ती नदी 

जौनपुर शहर किस नदी के किनारे बसा है

गोमती नदी 

अयोध्या किस नदी के तट पर स्थित है?

सरयू 

दिल्ली शहर किस नदी के किनारे बसा हुआ है?

यमुना 

कानपुर किस नदी के किनारे बसा है ?

गंगा 

पटना किस नदी के किनारे बसा है ?

गंगा नदी 

आगरा किस नदी के किनारे बसा है ?

यमुना नदी 

अहमदाबाद किस नदी के किनारे बसा है ?

साबरमती 

मथुरा किस नदी के किनारे बसा है ?

यमुना नदी 

भोपाल किस नदी के किनारे बसा है ?

बेतवा

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