पृथ्वी की कितनी परते हैं (Layers of the Earth in Hindi)

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पृथ्वी की परतें

पृथ्वी की परते: हमारी पृथ्वी विभिन्न परतों से मिलकर बनी है l इस आर्टिकल में हम पृथ्वी की विभिन्न परतों और पृथ्वी के भीतरी भाग के बारे में कुछ महत्वपूर्ण तथ्यों को जानेंगे। 

जैसा कि हम जानते हैं कि पृथ्वी एक गतिमान ग्रह है और इसी कारण से समय-समय पर पृथ्वी का आंतरिक और बाहरी भाग बदलता रहता है।

तो आइये जानते है पृथ्वी की कितनी परते है ?(How many layers of the Earth?)

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पृथ्वी की कितनी परते है ? (How many layers of the Earth?)

क्या आपने कभी सोचा है कि पृथ्वी के भीतरी भाग में क्या है? और यह किस चीज से बना है? यदि आप इस प्रश्न का उत्तर नहीं जानते हैं, तो इस लेख में आप इस प्रश्न का उत्तर अच्छी तरह से समझ जाएंगे। 

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हमारी पृथ्वी प्याज की तरह है। जैसे प्याज की कई परतें होती हैं, उसी तरह पृथ्वी भी कई परतों से मिलकर बनी है। रासायनिक रूप से हम पृथ्वी की परत को तीन भागों में बाँट सकते हैं - 

  1. भूपर्पटी या क्रस्ट
  2. भूप्रावार या मैन्टल
  3. कोर या क्रोड

अब हम एक-एक करके पृथ्वी की परतों के बारे में जानेंगे ।

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पृथ्वी की कितनी परते है (How many layers of the Earth) भूपर्पटी (सबसे ऊपरी परत)

  • पृथ्वी की भूपर्पटी (क्रस्ट) पृथ्वी की सबसे बाहरी परत है।
  • क्रस्ट पृथ्वी की सबसे पतली परत है।
  • क्रस्ट सबसे ठंडी परत है क्योंकि यह वायुमंडल के संपर्क में है।
  • क्रस्ट पृथ्वी के आयतन का केवल 1% है।
  • पृथ्वी का क्रस्ट ठोस चट्टानों से बना है।
  • क्रस्ट पृथ्वी का दृश्य भाग है जिसे हम देख सकते हैं।
  • पृथ्वी का क्रस्ट तीन प्रकार की चट्टानों से बना है: आग्नेय, कायांतरित और अवसादी चट्टानें।
  • पृथ्वी के क्रस्ट को दो भागों में विभाजित किया जा सकता है: महासागरीय क्रस्ट और महाद्वीपीय क्रस्ट।
  • महासागरीय क्रस्ट महाद्वीपीय क्रस्ट की तुलना में पतला है। महासागरीय क्रस्ट 5 से 10 किलोमीटर तक मोटा हो सकता है और महाद्वीपीय क्रस्ट 30 से 70 किलोमीटर तक मोटा हो सकता है ।
  • क्रस्ट का तापमान 200 डिग्री सेल्सियस ( 392 फ़ारेनहाइट ) से 400 डिग्री सेल्सियस ( 752 फ़ारेनहाइट ) तक होता है।
  • महाद्वीपीय क्रस्ट में मुख्य रूप से सिलिका और एल्युमिना जैसे खनिज होते हैं । इसे सियाल कहा जाता है ।
  • महासागरीय क्रस्ट में मुख्य रूप से सिलिका और मैग्नीशियम होते हैं । इसे सीमा कहा जाता है ।
  • महासागरीय क्रस्ट और महाद्वीपीय क्रस्ट दोनों नीचे की परत मेंटल की तुलना में कम घनत्व के होते हैं, इसलिए दोनों प्रकार की परते, मेंटल पर तैरती हैं।
  • पृथ्वी के क्रस्ट में सबसे प्रचुर मात्रा में ऑक्सीजन तत्व पाया जाता है इसके बाद क्रमशः सिलिकॉन, एल्यूमीनियम, लोहा और कैल्शियम।
  • ऊपरी क्रस्ट और निचली क्रस्ट के बीच के सीमा क्षेत्र को कॉनराड असंबद्धता कहा जाता है ।

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मोहो असंबद्धता 

मोहरोविकिक असंबद्धता या मोहो असंबद्धता क्रस्ट और मेंटल के बीच की सीमा है।

मेंटल (मध्य परत) 

  • पृथ्वी का मेंटल पृथ्वी की सबसे मोटी परत है।
  • पृथ्वी के मेंटल की मोटाई 2900 किमी है।
  • पृथ्वी के मेंटल को दो परतों में बांटा गया है: ऊपरी मेंटल और निचला मेंटल
  • मेंटल का ऊपरी भाग दुर्बलतामंडल या एस्थेनोस्फीयर कहलाता है l 
  • भूपर्पटी एवं मेंटल का ऊपरी भाग मिलकर स्थलमंडल या Lithosphere कहलाता है l 
  • ऊपरी मेंटल की गहराई 700 किमी है, और निचले मेंटल की गहराई 700 किमी से 2900 किमी तक है।
  • ऊपरी मेंटल और निचले मेंटल के बीच की सीमा को रेपेटी असंबद्धता कहा जाता है । 
  • यह सिलिकेट खनिजों से बना है। इसमें क्रस्ट की तुलना में अधिक मैग्नीशियम और लोहा और कम सिलिकॉन और एल्यूमीनियम होते हैं।
  • पृथ्वी के आयतन का 84% भाग मेंटल परत है।
  • मेंटल का तापमान क्रस्ट के साथ इसकी सीमा के पास 1000°C (1832°F) और बाहरी कोर के साथ इसकी सीमा के पास 3700°C (6692°F) है।

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गुटेनबर्ग असंबद्धता

निचले मेंटल और ऊपरी कोर के बीच की सीमा को गुटेनबर्ग असंबद्धता कहा जाता है।

कोर(निचली परत)

  • पृथ्वी के केंद्र को कोर कहा जाता है।
  • पृथ्वी का कोर पृथ्वी के आयतन का 15% है।
  • पृथ्वी का कोर निकल और लोहे से बना है। इसे निफे कहते हैं ।
  • पृथ्वी के कोर को दो भागों में बांटा गया है: आंतरिक कोर और बाहरी कोर
  • बाहरी कोर लगभग 2,200 किमी मोटा है और अधिकतर तरल लोहे और निकल से बना है ।
  • पृथ्वी का भीतरी कोर लगभग 1,220 किमी मोटा है ।
  • आंतरिक कोर ठोस के रूप में रहता है और बाहरी कोर तरल के रूप में रहता है।
  • बाहरी कोर और आंतरिक कोर के बीच की सीमा को लेहमैन असंबद्धता कहा जाता है ।
  • भीतरी कोर पृथ्वी का सबसे गरम भाग है l 
  • पृथ्वी के बाहरी कोर का तापमान 4,500°C से 5,500°C (8,132° से 9,932°F) के बीच रहता है, और पृथ्वी के भीतरी कोर का तापमान 5,200°C से 7,000°C (9,000 से 13,000° F) के बीच रहता है। 
  • पृथ्वी का भीतरी भाग सूर्य की सतह जितना गर्म है। इतनी गर्मी में भी वहां मौजूद धातु पिघलती नहीं है क्योंकि वहां दबाव बहुत अधिक होता है।

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पृथ्वी की परतें FAQ’s

पृथ्वी की कौन सी परत सबसे मोटी है?

कोर परत पृथ्वी की सबसे मोटी परत है। यह लगभग 3471 किलोमीटर मोटा है जबकि क्रस्ट परत 70 किलोमीटर मोटी है और मेंटल परत लगभग 2830 किलोमीटर मोटी है। 

भूपटल की मोटाई कितनी होती है?

पृथ्वी की भू-पर्पटी लगभग 70 किमी मोटी है।

पृथ्वी की सबसे पतली परत कौन सी है?

भू-पर्पटी

पृथ्वी भू-पर्पटी किससे बनी है?

पृथ्वी की भू-पर्पटी कई तत्वों से बनी है जैसे ऑक्सीजन - 46.6%, सिलिकॉन 27.7%, एल्यूमीनियम 8.1%, आयरन 5%, कैल्शियम 3.6%, सोडियम 2.8%, पोटेशियम 2.6% और मैग्नीशियम 2.1%।

भूपर्पटी की गहराई कितनी है?

पृथ्वी की भूपर्पटी लगभग 70 किमी गहरी है।

पृथ्वी की भूपर्पटी क्या है?

भूपर्पटी, पृथ्वी की सबसे बाहरी परत है।

पृथ्वी का कोर किससे बना है?

पृथ्वी का कोर निकेल और फेरस से बना है।

पृथ्वी की भूपर्पटी में कौन सा तत्व प्रचुर मात्रा में पाया जाता है?

ऑक्सीजन - 46.6%

आंतरिक कोर ठोस है या तरल?

पृथ्वी की भीतरी कोर बहुत गर्म है लेकिन उच्च दबाव के कारण यह ठोस रूप में है जबकि बाहरी कोर परत तरल रूप में है।

पृथ्वी की सबसे गर्म परत कौन सी है?

पृथ्वी का भीतरी भाग सबसे गर्म परत है। यह पृथ्वी की सतह जितना गर्म है। इस परत का तापमान लगभग 5,200°C - 7,000°C होता है।

पृथ्वी की कौन सी परत तरल अवस्था में है?

पृथ्वी का बाहरी कोर तरल रूप में है क्योंकि यह निकेल, लोहे और पिघली हुई चट्टान से बना है l 

पृथ्वी की सबसे बाहरी परत कौन सी है?

क्रस्ट पृथ्वी की सबसे बाहरी परत है। यह लगभग 70 किमी मोटा है। इसे दो परतों में वर्गीकृत किया गया है - ऊपरी परत और निचली परत।

पृथ्वी की सबसे आतंरिक परत क्या है?

कोर 

क्रोड किस अवस्था में मौजूद है?

ठोस

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