Question
With reference to Indian history, who among the following is a future Buddha, yet to come to save the world?
भारतीय इतिहास के संदर्भ में, निम्नलिखित में से कौन भविष्य का बुद्ध है, जो अभी तक दुनिया को बचाने के लिए नहीं आया है?
Answer C.
C.Maitreya (Sanskrit), Metteya (Pali), or Maithri (Sinhalese), is the future Buddha according to Buddhist beliefs. His name is also mentioned in some Buddhist texts, such as the Amitabha Sutra and the Saddharmapundarika Sutra.
According to Buddhist traditions, Maitreya is a bodhisattva who will descend on earth in the future to attain enlightenment and teach the pure dharma. According to the scriptures, Maitreya would be the successor of the present Buddha, Gautama Buddha (also known as Shakyamuni). The prophecy of Maitreya's arrival speaks of his arrival at a time when the people of the earth would have forgotten religion.
Maitreya is represented as a very prevalent subject in the Greco-Buddhist Gandhara art, which was at its height around the first century in northern India. Maitreya is depicted with Gautama Buddha (Shakyamuni) in various forms, and the representation of the difference between Gautama and Maitreya has been a major theme in these works. The use of Gautam Buddha and Maitreya Buddha as synonyms is also found in China from the 4th to 6th century CE, although the Chinese representations of these two have not yet been fully explained and reviewed. An example of a representation of Maitreya Buddha is found in Qingzhou (Shandong), which has been dated to 529 AD. It is believed that Maitreya's religious consecration took place around the same time as Amitabha's, around the third century.
In the Buddhist tradition, it is believed that Maitreya currently resides in heaven called Tusita ("Tusit" in Pali) and is awaiting the time of his appearance. It is also believed that Gautam Buddha also resided in this heaven before his birth. All Bodhisattvas reside in this heaven before their descent on earth.
So the correct answer is option C.
C.मैत्रेय (संस्कृत), मेत्तेय्य (पाली), या मैत्री (सिंहली), बौद्ध मान्यताओं के अनुसार भविष्य के बुद्ध हैं। उनके नाम का उल्लेख कुछ बौद्ध ग्रंथों में भी किया गया है, जैसे अमिताभ सूत्र और सधर्मपुंडरिका सूत्र।
बौद्ध परंपराओं के अनुसार, मैत्रेय एक बोधिसत्व हैं जो भविष्य में ज्ञान प्राप्त करने और शुद्ध धर्म सिखाने के लिए पृथ्वी पर उतरेंगे। शास्त्रों के अनुसार, मैत्रेय वर्तमान बुद्ध, गौतम बुद्ध (जिसे शाक्यमुनि के नाम से भी जाना जाता है) के उत्तराधिकारी होंगे। मैत्रेय के आगमन की भविष्यवाणी उस समय उनके आगमन की बात करती है जब पृथ्वी के लोग धर्म को भूल गए होंगे।
ग्रीको-बौद्ध गांधार कला में मैत्रेय को एक बहुत ही प्रचलित विषय के रूप में दर्शाया गया है, जो उत्तर भारत में पहली शताब्दी के आसपास अपने चरम पर था। मैत्रेय को गौतम बुद्ध (शाक्यमुनि) के साथ विभिन्न रूपों में चित्रित किया गया है, और इन कलाकृतियों में गौतम और मैत्रेय में भिन्नता का निरूपण एक प्रमुख विषय रहा है। चौथी से छठीं शताब्दी के काल में चीन में गौतम बुद्ध और मैत्रेय बुद्ध के एक दूसरे के समानार्थी के रूप में भी प्रयोग मिलते हैं, हालांकि इन दोनों के चीनी निरूपण को अभी तक पूरी तरह से समझाया और समीक्षा नहीं की गई है। मैत्रेय बुद्ध के निरूपण का एक उदाहरण किंगझोउ (शेडोंग) में मिलता है, जो 529 ईस्वी का है। ऐसा माना जाता है कि मैत्रेय की धार्मिक प्रतिष्ठा लगभग उसी काल में हुई जब अमिताभ की प्रतिष्ठा, लगभग तीसरी सदी में, हुई।
बौद्ध परंपरा में यह माना जाता है कि मैत्रेय वर्तमान में तुषित (पाली में "तुसित") नामक स्वर्ग में रहते है और अपनी उपस्थितिअपने अवतार के समय की प्रतीक्षा कर रहे है। यह भी माना जाता है कि गौतम बुद्ध भी अपने जन्म से पहले इसी स्वर्ग में निवास करते थे। सभी बोधिसत्व पृथ्वी पर उनके अवतरण से पहले इस स्वर्ग में निवास करते हैं।
इसलिए सही उत्तर विकल्प C है।