Question
Who introduced the silver coin named Tanka?
किसने टंका नामक चांदी का सिक्का चलाया था?
Answer C.
C.Iltutmish introduced a silver coin (about 175 grains) named ‘Tanka’.
Iltutmish was the first Ottoman sultan to issue pure Arabic coins.
He introduced two important coins during the Sultanate period, the silver 'tanka' and the copper 'jital'.
Iltutmish started the tradition of inscribing the name of the mint on the coins.
Iltutmish (1211 AD to 1236 AD)
- Shamsuddin Iltutmish was a prominent ruler of the Shamsi dynasty in the Delhi Sultanate.
- He was also the son-in-law of Qutubuddin Aibak.
- After Aibak, his son Aram Shah sat on the throne of Lahore.
- As a result of the opposition of the Turkish chieftains and citizens of Delhi, Aramshah was removed and Qutbuddin Aibak's son-in-law Iltutmish, who was then the Subedar of Badaun, was invited to Delhi and seated on the throne.
- Iltutmish had two main rivals - Tajuddin Yaldoz and Nasiruddin Qubacha.
- In 1229, Iltutmish received a 'Khilat' from the Caliph of Baghdad and a certificate in honor.
- The Caliph also conferred on him the title of 'Sultan-e-Azam' (Great Ruler).
- After receiving the Khalat, Iltutmish assumed the title of 'Nasir Amir-ul-Mominin'.
- Iltutmish introduced the 'Ikta system' and shifted the capital from Lahore to Delhi. He was the first Sultan to make Delhi the capital.
- The first to understand and improve the economic importance of the Doab was the Sultan.
- Razia was the daughter of Sultan Iltutmish and the first Muslim ruler of India.
- Iltutmish completed the construction work of Qutbuddin Aibak (Qutub Minar). Iltutmish is probably credited with building the first tomb in India.
- He died on 30 April 1236.
So the correct answer is option D.
C.टंका नामक चांदी (लगभग 175 ग्रेन) का सिक्का इल्तुतमिश ने चलाया l
इल्तुतमिश शुद्ध अरबी सिक्कों को जारी करने वाला पहला तुर्क सुल्तान था।
उसने सल्तनत काल में दो महत्वपूर्ण सिक्के चांदी के ‘टंका’ और तांबे के ‘जीतल’ चलवाए l इल्तुतमिश ने सिक्कों पर टकसाल का नाम अंकित कराने की परंपरा शुरू की।
इल्तुतमिश (1211 इस्वी से 1236 इस्वी तक)
- शम्सुद्दीन इल्तुतमिश दिल्ली सल्तनत में शम्सी वंश का एक प्रमुख शासक था।
- यह कुतुबुद्दीन ऐबक का दामाद भी था l
- ऐबक के बाद उसका पुत्र आरामशाह लाहौर की गद्दी पर बैठा l
- दिल्ली के तुर्की सरदारों एवं नागरिकों के विरोध के फलस्वरूप आरामशाह को हटाकर कुतुबद्दीन ऐबक के दामाद इल्तुतमिश, जो उस समय बदायूँ का सूबेदार था, को दिल्ली आमंत्रित कर राज्यसिंहासन पर बैठाया गया।
- इल्तुतमिश के दो मुख्य प्रतिद्वंद्वी थे - ताजुद्दीन याल्दोज़ और नसीरुद्दीन कुबाचा।
- 1229 में, इल्तुतमिश को बगदाद के खलीफा से एक 'खिलअत' और सम्मान में एक प्रमाण पत्र प्राप्त हुआ।
- खलीफा ने उन्हें 'सुल्तान-ए-आजम' (महान शासक) की उपाधि भी प्रदान की।
- खिलअत मिलने के बाद इल्तुतमिश ने ‘नासिर अमीर उल मोमिनीन’ की उपाधि ग्रहण की।
- इल्तुतमिश ने 'इक्ता प्रणाली' का प्रचलन करवाया और राजधानी को लाहौर से दिल्ली स्थानांतरित कर दिया। दिल्ली को राजधानी बनाने वाला वह पहला सुल्तान था l
- दोआब के आर्थिक महत्व को समझने और उसमें सुधार करने वाले पहले सुल्तान थे l
- रजिया सुल्तान इल्तुतमिश की बेटी और भारत की पहली मुस्लिम शासक थीं।
- इल्तुतमिश ने कुतुबुद्दीन ऐबक के निर्माण कार्य (कुतुब मीनार) को पूरा करवाया था l इल्तुतमिश को संभवतः भारत में पहला मकबरा बनवाने का श्रेय दिया जाता है।
- 30 अप्रैल 1236 में उसकी मृत्यु हो गई l
इसलिए सही उत्तर विकल्प D है l
Question
Which among the following system of levying land revenue in Deccan was prevalent during the reign of Akbar?
दक्कन में भू-राजस्व वसूलने की निम्नलिखित प्रणाली में से कौन अकबर के शासनकाल के दौरान प्रचलित थी?
Answer C.