Question
The position of a solar eclipse is found -
When the Earth comes between the Sun and the Moon.
When the Moon comes between the Earth and the Sun.
When it is new moon day.
when it is a full moon day
सूर्य ग्रहण की स्थिति पायी जाती है -
जब पृथ्वी सूर्य और चंद्रमा के बीच आ जाती है।
जब चंद्रमा, पृथ्वी और सूर्य के बीच आ जाता है।
जब अमावस्य का दिन होता है।
जब पूर्णिमा का दिन होता है।
Answer C.
C.When the Moon comes between the Sun and the Earth, the Sun's image behind the Moon is covered for some time, this phenomenon is called a solar eclipse.
This event always happens only on Amavasya.
There are three types of the solar eclipse. ,
total solar eclipse
partial solar eclipse
annular solar eclipse
Total Solar Eclipse - When the Sun completely hides behind the Moon for some time, it is called a total solar eclipse.
Partial Solar Eclipse - When the Moon is able to take only some part of the Sun in its shadow, then it is called Partial Solar Eclipse.
Annular Solar Eclipse - When the Moon covers the Sun in such a way that only the central part of the Sun comes in the shadow region and when viewed from the Earth the Sun is not seen to be completely covered by the Moon, but the area outside the Sun is illuminated due to Appears to shine in the form of a bracelet or ring. The solar eclipse formed in bracelet shape is called an annular solar eclipse.
So the correct answer is option C
C.जब चंद्रमा, सूर्य और पृथ्वी के बीच आ जाता है, चंद्रमा के पीछे सूर्य की छवि कुछ समय के लिए ढक जाती है, इस घटना को सूर्य ग्रहण कहा जाता है।
यह घटना हमेशा अमावस्या को ही होती है।
सूर्य ग्रहण तीन प्रकार का होता है। ,
पूर्ण सूर्यग्रहण
आंशिक सूर्य ग्रहण
वलयाकार सूर्य ग्रहण
पूर्ण सूर्य ग्रहण - जब सूर्य पूरी तरह से कुछ समय के लिए चंद्रमा के पीछे छिप जाता है, तो इसे पूर्ण सूर्य ग्रहण कहा जाता है।
आंशिक सूर्य ग्रहण - जब चंद्रमा अपनी छाया में सूर्य का कुछ भाग ही ग्रहण कर पाता है तो उसे आंशिक सूर्य ग्रहण कहते हैं।
वलयाकार सूर्य ग्रहण - जब चंद्रमा सूर्य को इस प्रकार ढक लेता है कि सूर्य का केवल मध्य भाग छाया क्षेत्र में आता है और जब पृथ्वी से देखा जाता है तो सूर्य चंद्रमा से पूरी तरह से ढका हुआ नहीं, बल्कि बाहर का क्षेत्र दिखाई देता है। कंगन या अंगूठी के रूप में चमकने के कारण सूर्य प्रकाशित होता है। कंगन के आकार में बने सूर्य ग्रहण को वलयाकार सूर्य ग्रहण कहा जाता है।
इसलिए सही उत्तर विकल्प C है l
Question
Which one of the following celestial bodies takes equal time for both revolution and revolution?
निम्नलिखित में से किस आकाशीय पिण्ड को परिक्रमण और परिभ्रमण दोनों गति में बराबर समय लगता है -
Answer A.