Question
Chhand kitane prakaar ke hote hai l
छंद कितने प्रकार के होते है l
Answer D.
D.The correct answer is option D.
D.छंद 4 प्रकार के होते है l
मात्रिक छंद, वर्णिक छंद, वर्णवृत, और मुक्त छंद l
मात्रिक छंद ː जिन छंदों में मात्राओं की संख्या निश्चित होती है उन्हें मात्रिक छंद कहा जाता है। जैसे - अहीर, तोमर, मानव; अरिल्ल, पद्धरि/ पद्धटिका, चौपाई; पीयूषवर्ष, सुमेरु, राधिका, रोला, दिक्पाल, रूपमाला, गीतिका, सरसी, सार, हरिगीतिका, तांटक, वीर या आल्हा l
वर्णिक छंद ː वर्णों की गणना पर आधारित छंद वर्णिक छंद कहलाते हैं। जैसे - प्रमाणिका; स्वागता, भुजंगी, शालिनी, इन्द्रवज्रा, दोधक; वंशस्थ, भुजंगप्रयाग, द्रुतविलम्बित, तोटक; वसंततिलका; मालिनी; पंचचामर, चंचला; मन्दाक्रान्ता, शिखरिणी, शार्दूल विक्रीडित, स्त्रग्धरा, सवैया, घनाक्षरी, रूपघनाक्षरी, देवघनाक्षरी, कवित्त / मनहरण l
वर्णवृत ː सम छंद को वृत कहते हैं। इसमें चारों चरण समान होते हैं और प्रत्येक चरण में आने वाले लघु गुरु मात्राओं का क्रम निश्चित रहता है। जैसे - द्रुतविलंबित, मालिनी l
मुक्त छंदː भक्तिकाल तक मुक्त छंद का अस्तित्व नहीं था, यह आधुनिक युग की देन है। इसके प्रणेता सूर्यकान्त त्रिपाठी 'निराला' माने जाते हैं। मुक्त छंद नियमबद्ध नहीं होते, केवल स्वछंद गति और भावपूर्ण यति ही मुक्त छंद की विशेषता हैं।
इसलिए सही उत्तर विकल्प D है l
Question
Neeche diye gaye prashno ke anuchchhed ke pahale aur antim bhaagon ke kramashah (1) se (6) kee sankhya dee gayee hai l inake beech aane vaale chaar vaakyon ko ya ra la va kee sankhya dee gayee hai l ye chaar vaaky ek kram mein nahin hai l inhen dhyaan se padhakar die gae vikalpon mein se uchit kram chunie, jisase sahee anuchchhed ka nirmaan ho l
नीचे दिए गए प्रश्नों के अनुच्छेद के पहले और अंतिम भागों के क्रमशः (1) से (6) की संख्या दी गयी है l इनके बीच आने वाले चार वाक्यों को य र ल व की संख्या दी गयी है l ये चार वाक्य एक क्रम में नहीं है l इन्हें ध्यान से पढ़कर दिए गए विकल्पों में से उचित क्रम चुनिए, जिससे सही अनुच्छेद का निर्माण हो l
(1). आचार्य रामचन्द्र शुक्ल गंभीर विचारक थे l
(य). परिणामतः उन्होंने अपने निबंधो में जिन भी विषयों को उठाया, उसके नए आयामों का उद्घाटन किया l
(र). उन्होंने अपने निबंधो में इन तीनो का सामंजस्य स्थापित किया l
(ल). उनका अध्ययन गहन एवं विस्तृत था l
(व). उनका जीवनानुभव ठोस था l
(6). ‘भाव या मनोविकार’ निबंध इसका स्पष्ट प्रमाण है l
Answer A.